उत्तराखंड में हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण कार्य के दौरान जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति ने विस्फोट करने का गंभीर आरोप लगाया है। समिति का कहना है कि इस क्षेत्र में विस्फोटों पर प्रतिबंध के बावजूद निर्माण कार्य के दौरान लगातार विस्फोट किए जा रहे हैं, जिससे क्षेत्र में संकट और खतरे की स्थिति पैदा हो रही है। समिति ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है और कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की है।
संघर्ष समिति ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो भी साझा किए हैं, जिनमें निर्माणाधीन सड़क पर विस्फोट होते हुए दिख रहे हैं। समिति के संयोजक अतुल सती ने कहा कि वे पिछले दो सालों से प्रशासन को इस बारे में शिकायत कर रहे हैं, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब उनके पास ऐसे वीडियो हैं, जो यह साबित करते हैं कि क्षेत्र में विस्फोटों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अतुल सती ने कहा कि हेलंग-मारवाड़ी बाईपास क्षेत्र पहले से ही संवेदनशील है, जहां बार-बार पहाड़ी दरकने और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। इसके बावजूद कार्यदायी संस्था बिना किसी रोक-टोक के विस्फोट कर रही है, जो इलाके की स्थिरता को और अधिक खतरे में डाल रहा है। उन्होंने प्रशासन से बाईपास निर्माण कार्य को तुरंत बंद कराने और जिम्मेदार संस्था के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
वहीं, इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए एसडीएम चंद्रशेखर वशिष्ठ ने कहा कि वह मामले की जांच करवाएंगे और उचित कार्रवाई की जाएगी।