Uttrakhand congress : कांग्रेस का यह कैसा चुनावी मैनेजमेंट, हरीश और प्रीतम के समर्थकों में जमकर चले लात घूंसे। फिर हुआ ऐसा

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देहरादून: एक तरफ कांग्रेस के शीर्ष नेता लगातार यह दावा कर रहे हैैं कि पार्टी में सब ठीकठाक है। सभी एकजुट हैैं और सत्ताधारी दल भाजपा को परास्त करेंगे वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड कांग्रेस खुद से ही नहीं संभल पा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के समर्थकों में मंगलवार को कांग्रेस भवन के गेट पर नारेबाजी करने को लेकर लात-घूंसे चल गए।

घटनाक्रम कुछ इस तरह घटा। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे प्रीतम सिंह को उनके समर्थक युवा कांग्रेस के स्थानीय पदाधिकारी कंधे पर बिठाकर राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन की ओर नारेबाजी करते हुए आ रहे थे। उसी समय कांग्रेस भवन के गेट के बाहर युवा कांग्रेस हरिद्वार ग्रामीण के पदाधिकारियों ने हरीश रावत जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। प्रीतम सिंह के समर्थक पार्टी कार्यालय के गेट के पास पहुंचे तो हरीश रावत के समर्थक उनके बीच घुसकर नारेबाजी करने लगे। प्रीतम सिंह के समर्थकों को यह नागवार गुजरा। उन्होंने युवा कांग्रेस हरिद्वार ग्रामीण के प्रदेश महामंत्री परवेज आलम और उनके एक दर्जन समर्थकों को पीट दिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। हालांकि, इस वाकये से चंद मिनट पहले प्रीतम सिंह मंच पर पहुंच गए थे। युवा कांग्रेस नेता विनीत कुमार बंटू और रोबिन त्यागी ने बताया कि कुछ कार्यकर्ता जबरन बीच में घुसकर नारेबाजी कर रहे थे। मना करने पर वह जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। इसके बाद हाथापाई पर उतर आए। ऐसे में उन्हें खदेड़ा गया। युवा कांग्रेस में अनुशासन तोडऩे वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

मंच पर भी जारी रही नारेबाजी

दूसरी तरफ, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के सम्मान के लिए बनाए गए मंच में भी बीच-बीच में प्रीतम सिंह और हरीश रावत के समर्थक आमने-सामने आकर अपने-अपने नेता के पक्ष में नारे लगाते रहे। नारेबाजी नहीं रुकने पर प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को नेता के नाम के बजाय कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाने की नसीहत देनी पड़ी।