नई दिल्ली : बुजुर्गों और दिव्यांगों पर भारत सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। इन लोगों के लिए अब वैक्सीन के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। उन्हें घर के नजदीक ही वैक्सीन लग जाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहत पंचायत भवन, रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन, कम्युनिटी सेंटर, पोङ्क्षलग बूथ, स्कूल कहीं भी वैक्सीन सेंटर स्थापित किया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को गाइड लाइन भेजकर जल्द से जल्द बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष वैक्सीनेशन सेंटर बनाने का निर्देश दिया है। किसी मुहल्ले या गांव में वैक्सीनेशन सेंटर बनाने के पहले वहां के स्थानीय निवासियों को मिलकर विस्तृत प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है, ताकि अधिकतम लोगों को टीका दिया जा सके। चूंकि बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जाएंगे, इसीलिए वहां उनके आने-जाने के लिए व्हील चेयर से लेकर अन्य जरूरी सुविधाओं का इंतजाम करना होगा।
विशेष रूप से बनने वाले इन सेंटरों पर 60 साल से अधिक उम्र का कोई भी बुजुर्ग वैक्सीन की कोई भी डोज ले सकता है। यानी यदि बुजुर्ग ने पहली डोज ले ली है तो उन्हें दूसरी डोज दी जाएगी और एक भी डोज नहीं लेने वाले को पहली डोज दी जाएगी। लेकिन दिव्यांगों के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं रखी गई है। 18 साल से अधिक उम्र का कोई भी दिव्यांग यहां वैक्सीन ले सकता है। हालांकि, यह साफ नहीं है कि 18 से 44 साल के दिव्यांगों को केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई वैक्सीन लगेगी या फिर राज्य सरकार अपने हिस्से की खरीदी गई वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। ध्यान देने की बात है कि केंद्र सरकार 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए राज्य सरकारों को मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध करा रही है।