वंदना कटारिया बोलीं, मुश्किल दौर से गुजर रही मैं और मेरा परिवार, सीएम ने की 25 लाख देने की घोषणा

214
खबर शेयर करें -

देहरादून। हरिद्वार निवासी महिला भारतीय हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने शुक्रवार को मैच समाप्त होने के बाद लोगों से भावुक अपील की है। उन्होंने कहा कि मैं और मेरा परिवार इस समय बहुत बुरे दौर से गुजर रहे हैं। इस दौरान साथ खड़े होने वालों का वंदना ने शुक्रिया भी किया है।

शुक्रवार को ब्रिटेन से 4-3 से मैच हारने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम कांस्य पदक जीतने में भले ही असफल रही हो लेकिन इस ओलंपिक में इतिहास रच दिया है। वंदना कटारिया का प्रदर्शन शानदार रहा। उनके परिवार पर जातिसूचक शब्दों के हमलों के बाद पहली बार वंदना कटारिया सामने आईं हैं। वंदना ने मैच खत्म होने के बाद सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा कि कुछ लोगों की वजह से वह और उसका परिवार इस समय बेहद बुरे दौर से गुजर रहा है।

वह उन लोगों का शुक्रिया करती हैं, जो इस बुरे दौर में मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कुछ लोगों से अपील की है कि वह पहली कुछ घटनाओं से ही काफी आहत हैं। ऐसे में वो लोग उनकी और उनके परिवार की और दिक्कत न बढ़ाएं। इससे उनको और उनके परिवार को तकलीफ होती है।

ट्वीटर से जारी बयान में वंदना कटारिया ने कहा कि उनके नाम से सोशल मीडिया पर अनेक फेंक एकाउंट बना लिए गए हैं। जिनसे कई चीजों को लगातार शेयर किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसे एकाउंट पर वह ध्यान न दें और उनकी शिकायत करें, क्योंकि इससे उन्हें और उनके परिवार को परेशानी हो रही है।

सीएम धामी ने की 25 लाख देने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय महिला हाकी टीम की खिलाङी वंदना कटारिया को 25 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा हमें गर्व है कि टोक्यो ओलिंपिक खेलों में भारतीय महिला हाकी टीम के शानदार प्रदर्शन में उत्तराखंड की बेटी वंदना कटारिया का शानदार योगदान रहा। शीघ्र ही राज्य में एक नई आकर्षक खेल नीति लागू की जाएगी। इस नीति में विशेष रूप से हमारे युवाओं में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा का विकास करने के लिए आर्थिक प्रोत्साहन का प्रविधान होगा।

ग्राफिक एरा देगा 11 लाख का पुरस्कार

वंदना कटारिया को ग्राफिक एरा डीम्ड विवि 11 लाख रुपये का पुरस्कार देगा। शुक्रवार को ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप की वरिष्ठ पदाधिकारी राखी घनशाला ने रोशनाबाद स्थित उनके घर पहुंचकर परिजनों को पुरस्कार को घोषणापत्र सौंपा। उन्होंने वंदना से फोन पर बातचीत की और ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी।

खबरों से रहें हर पल अपडेट :

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।