उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर बदलने वाला है। 5 जनवरी से 7 जनवरी तक राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, 4 जनवरी तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन 5 जनवरी से मौसम में बदलाव आएगा और पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो जाएगी।
5 से 7 जनवरी के बीच उत्तराखंड के 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी जिलों में बर्फबारी हो सकती है। उत्तरकाशी जिले के कुछ हिस्सों में भी बर्फबारी होने की संभावना है। इसके अलावा, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के कुछ हिस्सों में भी बर्फबारी का अनुमान जताया गया है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में सर्दी और भी बढ़ सकती है।
नए साल के पहले दिन से राज्य के विभिन्न इलाकों में कड़ाके की ठंड और शीत लहर का प्रकोप देखा जा रहा है। शीतलहर के साथ सर्द हवाओं के चलने से ठंड का असर और भी तेज हो गया है। लोग इस सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़ों में लिपटे हुए हैं और अलाव का सहारा ले रहे हैं। रामनगर और कालाढूंगी जैसे मैदानी क्षेत्रों के साथ ही पहाड़ी इलाकों में भी शीत लहर का प्रभाव देखा जा रहा है।
ठंड के साथ कोहरे का असर भी देखा जा रहा है, जिससे वाहनों की गति धीमी हो गई है। रामनगर का न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। ठंड से बचने के लिए लोग अपने घरों में रजाई और अलाव का सहारा ले रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में नगर पालिका ने जगह-जगह अलाव जलाने की व्यवस्था की है, खासतौर से उन चौक-चौराहों पर, जहां लोगों की आवाजाही अधिक रहती है। दुकानदार भी राहगीरों के लिए अलाव जला रहे हैं।
इस दौरान बर्फबारी और शीतलहर के कारण ठंड बढ़ने की संभावना है, जिससे लोगों को और भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।