न्यूज जंक्शन 24 डेस्क, नैनीताल। वर्तमान में बैंकों से लेनदेन कम हुआ है। लोग atm से ही कैश ज्यादा निकालते हैं। इससे समय भी बचता है। टाइम की बाउंडेशन भी नहीं होती लेकिन इस चक्कर में कई बार कटे-फटे नोट निकल आते हैं जो न चलने पर दिक्कत देते हैं। खासकर बड़े नोट ऐसे हों तो ज्यादा दिक्कत होती है लेकिन बड़े नोट खराब निकलने पर परेशान होने की जरूरत नहीं है। rbi के एक नियम के मुताबिक बैंकों को नोट बदलने होते हैं। बस आपको कुछ शर्तों का पालन करना होगा।
कटे-फटे या रंग लगे नोट को लेकर भटकने, बट्टे पर चलाने या किसी भी हाल में उसे गैरजरूरत सामान खरीदने में खर्च करने की मजबूरी से आप बच सकते हैं। साथ ही यदि ये नियम सभी लोग फॉलो करने लगे तो बैंक वाले भी ऐसे नोटों को ATM में खपाकर अपनी परेशानी से बचने का ये तरीका छोड़ सकते हैं।
ये है rbi ka नियम
– रिजर्व बैंक ने अप्रैल 2017 में गाइडलाइन जारी किया था। इसमें कहा था कि सभी बैंक यानी सरकारी और निजी अपनी हर शाखा में बिना मना किए सभी ग्राहकों के कटे-फटे या गंदे नोट बदलेंगे।
– नोट बदलने से पहले ग्राहक को उसके बारे में कुछ ब्यौरा देना होगा। सबसे पहले उस ATM की बैंक के ब्रांच में जाना होगा जहां से आपने कटा-फटा नोट निकाला है।
– इसके बाद बैंक को एक आवेदन के जरिए पैसे निकालने की तारीख, कितने पैसे निकाले, पैसे निकालने का समय और ATM की लोकेशन की डिटेल देनी होगी।
– यदि आपने ATM से पैसे निकालते समय उसकी स्लीप संभालकर रखी है तो स्लीप को एप्लीकेशन के साथ अटैच कर दें। अन्यथा मोबाइल पर आए मैसेज का ब्यौरा मेंशन करें।
– कुल मिलकार ATM से कैश निकालते समय स्लीप लेना जरूरी होता है, क्योंकि ऐसे मौके पर वो स्लीप बतौर एविडेंस के रूप में काम करती है।
– अब ये सब नोट के साथ बैंक में देने पर आपके अकाउंट को वैरिफाई किया जाएगा और तुरंत आपको नए नोट दे दिए जाएंगे। साथ ही कटा-फटा नोट बैंक अपने पास रख लेगा।
यदि बैंक इनकार या लेटलतीफी करता है तो क्या करें?
यदि बैंक आपका कैश बदलने से इनकार कर देता है या आपको वेट कराता है तो ऐसे में आप पुलिस में बैंक शाखा के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं। RBI के नियम के मुताबिक उस बैंक शाखा पर 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लग सकता है।
ये करना इसलिए है जरूरी
RBI के इस नियम का पालन करते हुए बैंक से ही नोट एक्सचेंज कराना जरूरी और फायदेमंद भी है। आप बाजार में अनाधिकृत नोट एक्सचेंज वालों से नोट बदल लेते हैं और उसके बदले में उसे एक अमाउंट भी पे करते हैं, या कई बार नोट को चलाने के चक्कर में आप ऐसी शॉपिंग करने को मजबूर होते हैं जो आपकी प्रायोरिटी में है ही नहीं। वहीं बैंकों में न जाने से बैंक कर्मियों का हौसला बढ़ जाता है और वे आए दिन कटे-फटे या रंग लगे नोट ATM में डालकर ग्राहकों के गले मढ़ देते हैं।
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