न्यूज जंक्शन 24, बरेली।
जिसका डर था वही हुआ। वन विभाग की लापरवाही का खामियाजा एक परिवार को भुगतना पड़ गया। शीशगढ़ के गांवों में कई दिन से घूम रहा तेंदुआ सोमवार शाम के वक्त दुकान से सामान लेने गई एक सात साल की बच्ची को उठा ले गया। मौके पर खून के निशान मिले हैं। रात होने से बच्ची को नहीं तलाशा जा सका है।
शीशगढ़ थाना क्षेत्र की चौकी बंजरिया के गांव बुझिया निवासी बब्लू की सात वर्षीय पुत्री उपासना सोमवार रात करीब 8 बजे गांव की ही दुकान से सामान लेने गई थी। बच्ची के घर व दुकान के रास्ते के बीच में कुछ जगह सुनसान है। इसी सुनसान जगह पर घात लगाए बैठा तेंदुआ बच्ची को उठाकर पास के गन्ने के खेत में घसीट ले गया।
काफी देर बच्ची जब बच्ची अपने घर नहीं पहुंची तो परिजन तलाश करने निकले। रास्ते में खून देख हक्के-बक्के रह गए। मौके पर भारी तादाद में ग्रामीण एकत्र हो गए। उन्होंने गन्ने के खेत तक बिखरे खून के छींटे देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस बल के साथ इंस्पेक्टर शीशगढ़ राजकुमार तिवारी व एसडीएम बहेड़ी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के साथ बच्ची को जंगल में ट्रैक्टर की रोशनी व टार्चों के सहारे तलाश किया लेकिन बच्ची मिल नहीं सकी।
चार दिन पहले मंदिर के स्पीकर गांव के लोगों ने कराई थी मुनादी
तेंदुआ कई दिन से जानवरों के शिकार कर रहा था। इस पर ग्रामीणों ने वन अफसरों को सूचना दी लेकिन वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने की गम्भीरता नहीं दिखाई। ग्रामीणों ने मंदिर के स्पीकर से मुनादी कराई थी कि रात के वक्त घर से अकेले न निकले। गांव में तेंदुआ घूम रहा था। सोमवार को ये घटना हो गई।