न्यूज जंक्शन 24, देहरादून : पहाड़ का जीवन जितना सुंदर है, उतना दुरूह भी है। भारी बारिश में पहाड़ पर जिस तरह भू-स्खलन हो रहा है और उसमें जो जन-धन की हानि हो रही है। वह रूह कंपाने वाली है। मार्ग बंद होने से प्रसव पीड़िता सड़कों पर ही बच्चा जन रही हैं तो बीमार लोग सड़कों के बंद होने से दम तोड़ दे रहे हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब आप जहां भी फंसे हैं, एक टोल-फ्री नम्बर पर फोन करते ही एयर एंबुलेंस पहुंचेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नागरिक उड्डयन सलाहकार कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश से शुरू हुई एयर एंबुलेंस सेवा से आमजन को जोडऩे के लिए राज्य सरकार जल्द एक टोल फ्री नंबर जारी करने जा रही है। इससे उत्तराखंड के सुदूरवर्ती इलाकों से गंभीर बीमार, आपदा या सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अविलंब एम्स पहुंचाने में मदद मिलेगी। कैप्टन दीप श्रीवास्तव ने कहा कि संस्थान में हेलीपैड बनने से सरकार प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र में रहने वाले गरीब पृष्ठभूमि के गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस सेवा से जोडऩे की योजना पर कार्य कर रही है। प्रयास है कि एयर एंबुलेंस सेवा का आर्थिक बोझ गरीब व्यक्ति पर न पड़े। लिहाजा सरकार इसे राज्य की ओर से संचालित स्वास्थ्य योजनाओं से जोडऩे पर भी विचार कर रही है।
बताया कि उत्तराखंड में फिलहाल 12 हेली कंपनियां सेवाएं दे रही हैं। सभी से एंबुलेंस सेवा के लिए वार्ता चल रही है। प्रदेश में हेली एंबुलेंस सेवा को बढ़ावा देने और प्रत्येक व्यक्ति को इससे जोडऩे के लिए जल्द टोल फ्री नंबर अथवा वाट््सएप नंबर जारी किया जाएगा।
आप आपदाग्रस्त हैं या गंभीर बीमार तो मिलाइए टोल-फ्री नंबर, लेने आएगी एयर एंबुलेंस । जानिए कैसे
Sorry, there was a YouTube error.


Subscribe Our Channel











