न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इतिहास रच दिया है। समाजवादी पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले रामपुर और आजमगढ़ में भगवा लहरा गया है। दोनों ही सीटें भाजपा ने जीत ली हैं। आजमगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी एवं भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के भाई एवं पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को धूल चटाई तो समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता कहे जाने वाले मोहम्मद आजम खान के मजबूत गढ़ रामपुर में भी समाजवादी पार्टी के हाशिम रजा को भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने रिकॉर्ड मतों से हरा दिया है।
उपचुनाव से पहले रामपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के मोहम्मद आजम खान का कब्जा था। जबकि आजमगढ़ सपा दिग्गजों की पुश्तेनी सीट कही जाती है। आजमगढ़ से खुद अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के सांसद थे। उससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, डिम्पल यादव सांसद रही हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी पूरी तरह आश्वस्त थी कि इन दोनों सीटों पर भाजपा की जीत संभव नहीं है। आजमगढ़ में अखिलेश यादव के भाई खूद ताल ठोंक रहे थे, इसलिए अखिलेश यादव प्रचार तक के लिए नहीं आए।
लेकिन उपचुनाव में अचानक बदले समीकरण ने राजनीतिक पंडितों को ही नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं को भी हैरान में डाल दिया है। इधर समाजवादी पार्टी की पुश्तैनी सीटें जीतने से भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की बांछें खिली हुई हैं। इस जीत का जश्न लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दिखाई दे रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि यह जीत भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत और मतदाताओं के भरोसे की जीत है। भारतीय जनता पार्टी के प्रति भरोसा जताने वाले मतदाताओं को सरकार विकास के रूप में कर्ज उतारेगी। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने साफ कहा कि जीत का यह क्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व का परिणाम है।