महंगे बकरे खरीदकर उनकी फोटो सोशल मीडिया पर डालना हराम, उलेमा ने कहा

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सुन्नी बरेलवी मसलक के जुड़े धर्मगुरुओं ने इस बार की बकरीद पर महंगे बकरे खरीदकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल करने वालों से अपील की है। उलेमा ने बकरों की फोटो सोशल साइट्स पर सेंड करने को गैर इस्लामी करार दिया है। मरकज के सबसे बड़े धर्मगुरु मुफ्ती अख्तर रजा खां उर्फ अजहरी मियां के एक ऑडियो भी सोशल साइट्स पर वायरल की जा रही है। जिसमें उन्होंने सवाल के जवाब में कहा है कि यह करना नाजायज और हराम है।


बकरीद आने से पहले महंगे बकरों को खरीदना और उनकी कीमत के साथ सेल्फी वाला फोटो सोशल साइट्स पर वायरल करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। बरेलवी मसलक के धर्मगुरूओं ने इस पर नाराजगी जताई है। मुफ्ती मोहम्मद गुलाम मुस्तफा रजवी ने कहा कि महंगे या सस्ते बकरों की नुमाईश सोशल साइट्स पर करना गैर इस्लामी है। देखा जा रहा है कि लोग बकरों के साथ सेल्फी लेकर उसको सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर रहे हैं, जो शरीयत तौर पर गलत है। मुफ्ती साजिद हसनी कादरी ने कहा कि कुर्बानी को लिया गया जानवर की देखभाल करनी होती है। उसकी बेहतर खिलाया जाता है। महंगे बकरे खरीदकर उसको सोशल मीडिया पर वायरल करना इस्लाम के खिलाफ नाजायज है।


जमात रजा मुस्तफा के प्रवक्ता समरान खान ने बताया कि मजहबी धर्मगुरू ताजुश्शरिया ने भी इस मसले पर फतवा दिया है। एक शख्स ने सवाल किया था कि क्या कुर्बानी के जानवर की तस्वीर लेना कैसा है, क्या उसकी कुर्बानी मानी जाएगी। उन्होंने जवाब दिया था कि बकरे की कुर्बानी जायज होगी मगर फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल करना नाजायज और हराम है।