उत्तराखंड में नशे के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार हुआ है। नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उधमसिंह नगर जिले में किच्छा कोतवाली पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टीम ने 1600 नशे के इंजेक्शनों को बरामद किया है। पंतपुरा तिराहा के पास एक ऑल्टो कार से ये इंजेक्शन बरामद हुए, जिनकी बाजार में कीमत करीब 10 लाख रुपये बताई जा रही है।
पुलिस ने कार में सवार तस्कर वीरपाल (निवासी शरीफ नगर, थाना देवरानियां, बरेली) को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि यह खेप बरेली के अरविंद नामक व्यक्ति से लाई गई थी और इसे रुद्रपुर व किच्छा में सप्लाई किया जाना था। वीरपाल ने यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी बरेली से नशे के इंजेक्शन लाकर जिले में सप्लाई कर चुका था।
पुलिस ने तस्कर से और पूछताछ की, तो नशे के इस बड़े तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य नामों का भी खुलासा हुआ है। पुलिस अब इन संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जुट गई है।
किच्छा पुलिस ने तस्कर वीरपाल को गिरफ्तार कर उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि इस गिरफ्तारी से राज्य में चल रही नशे की तस्करी के बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। पुलिस ने यह भी दावा किया कि इस सफलता से राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।
पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टीम के द्वारा नशा तस्करी के खिलाफ अभियान को और तेज किए जाने का संकल्प लिया गया है। उत्तराखंड में नशे की तस्करी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर पुलिस और अन्य एजेंसियां लगातार इस पर कड़ी निगरानी रख रही हैं और तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही हैं।