न्यूज जंक्शन 24, देहरादून । लालढांग क्षेत्र में एक चौकाने वाली घटना सामने आई है। यहां उत्तराखंड सरकार की गाड़ी में चरस तस्करी (drugs smuggling) की जा रही थी। मामला एसटीएफ की एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स और श्यामपुर पुलिस ने मिलकर पकड़ा। जिसमें तीन स्मैक तस्करों को गिरफ्तार किया है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह कार सेल्स टैक्स विभाग के एक कर्मचारी की निकली है। पुलिस से बचने के लिए तस्करों (drugs smuggling) ने एक परिचित की मदद से यह कार जुटाई थी।
डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर उत्तराखंड एसटीएफ की एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स चेकिंग कर रही थी। चंडीघाट पर चेकिंग के दौरान उत्तराखंड सरकार लिखी कार को भी चेकिंग के लिए रोका गया। इससे कार सवार हड़बड़ा बना गए। पहले तो इन लोगों ने कार को भगाने की कोशिश की मगर शक होने पर पुलिस ने दवाच लिया।
कार सवार जान आलम निवासी ग्राम रायपुर थाना भगवानपुर, हारून निवासी मोहल्ला किला मंगलौर और अमजद निवासी कलियर को 95 ग्राम अवैध स्मैक (drugs smuggling) के साथ गिरफ्तार कर लिया। कार पर उत्तराखंड सरकार लिखा देख पुलिस भी चौंक गए।
आरोपितों से पूछताछ और जानकारी लेने पर पता चला कि कार तुषार गुप्ता निवासी तिलक रोड अपॉजिट महावीर जैन कन्या इंटर कालेज देहरादून के नाम पर दर्ज है। तुषार गुप्ता से यह कार सत्यम अरोड़ा निवासी शिव विहार अंबेडकर नगर ज्वालापुर ने खरीदी थी। सत्यम अरोड़ा के पिता अनिल अरोड़ा सेल्स टैक्स विभाग में कार्यरत हैं। जिस कारण उसने अपनी गाड़ी पर उत्तराखंड सरकार लिखा है। एसटीएफ की टीम इसकी अलग से जांच कर रही है। फिलहाल तीनों तस्करों (drugs smuggling) के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। कार सीज कर दी गई है।
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