न्यूज जंक्शन 24, देहरादून।
प्रदेश के वन मंत्री हरक सिंह रावत ने शनिवार को अगला चुनाव ना लड़ने की घोषणा करके सियासी हल्के में हलचल पैदा कर दी है। लेकिन साथ ही यह भी कह दिया कि वह राजनीति से सन्यास भी नहीं लेने जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में उनके इस फैसले के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। हरक सिंह रावत ने कहा है कि उन्होंने अपने फैसले से भाजपा संगठन को भी अवगत करा दिया है।
चर्चा है कि उत्तराखंड संनिर्माण बोर्ड के अध्यक्ष पद से उनको हटाने और उनके द्वारा लिए गए फैसलों पर जांच बिठाने से वह नाखुश हैं। पिछले दिनों कई मौकों पर मीडिया ने जब उनसे बोर्ड अध्यक्ष पद से हटाने के बाबत पूछा गया तो उनका एक ही जवाब था कि इस संबंध में ऐसी कोई बात है नहीं, अगर होगी भी तो सार्वजनिक मंच पर क्यों रखना हुआ। सीधे मुख्यमंत्री जी से कहेंगे। अब मुख्यमंत्री जी से क्या बात हुई इसका खुलासा तो नहीं हुआ है पर उनके इस फैसले से राजनीतिक पंडित भौंचक हैं।