लखनऊ। यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र को करीब 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद पुलिस अधिकारीयों ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आशीष मिश्रा पर 3 अक्टूबर को अपनी थार जीप से किसानों को कुचलने का आरोप है। साथ ही गोली चलाने का भी आरोप लगा है। उसकी थार जीप से 315 बोर के मिस कारतूस बरामद हुए थे। पुलिस लाइंस के क्राइम ब्रांच की लंबी पूछताछ के बाद वह यह साबित नहीं कर पाया कि वह कारतूस कहां से आई। वह यह भी साबित नहीं कर पाया कि घटना के वक्त वहां मौजूद नहीं था, जबकि पुलिस के पास बहुत सारे साक्ष्य मौजूद थे।
दरअसल, शनिवार की सुबह आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के ऑफिस में एसआईटी के सामने पेश हुआ था। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने उससे कहा कि वह अपने बेगुनाही के सबूत पेश कर सकता है। इसके बाद आशीष मिश्र अपने साथ लाए वीडियो के जाल में ही फंस गया। उसने कुछ वीडियो पेश किए। लेकिन जब पुलिस ने उससे पूछा कि वह 2.36 बजे और 3.40 बजे तक कहां था। वह यह वीडियो पेश नहीं कर पाया कि वह दंगल में अपने पिता के साथ था। इसके बाद वह गोलमोल जवाब देने लगा। इसके बाद वह यह भी साबित नहीं कर पाया कि उसकी गाड़ी में कारतूस में कहां से आया। वह इसका जवाब भी नहीं दे पाया।
यही नहीं, जांच टीम ने पूछा कि घटना के वक्त वह कहां था? जब रूट बदला गया तो उसकी गाड़ी उस रास्ते से होकर क्यों गई? घटना का पता उसे कब चला? घटना में कितने लोग मारे गए और इसकी जानकारी उसे कब और कैसे लगी? इन सब सवालों से आशीष मिश्र उलझता गया और संतोषजनक जवाब न दे पाने पर पुलिस ने उसे देर रात गिरफ्तार कर लिया।
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