उत्तराखण्ड राज्य कर आयुक्त के निर्देश एवं अपर आयुक्त राज्य कर, कुमाऊं जोन रुद्रपुर राकेश वर्मा तथा संयुक्त आयुक्त विशेष अनुसंधान शाखा, एसएसटी हल्द्वानी के आदेशानुसार, राज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान इकाई ने मंगलपड़ाव स्थित एक फर्म की सघन जांच की है।
जांच में यह सामने आया कि उक्त फर्म ने कई वर्षों से जीएसटी का सही भुगतान नहीं किया था। फर्म छोटे और मिनी वाहनों के जरिए तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट सहित विभिन्न सिन गुड्स बिना बिल और जीएसटी के बड़े पैमाने पर अन्य व्यापारियों तक पहुंचा रही थी। जीएसटी विभाग ने संदिग्ध व्यापार की पुष्टि के लिए कई टेस्ट खरीद कर जांच की, जिससे फर्म की कई गड़बड़ियां उजागर हुईं।
जांच के दौरान टीम ने 9 लाख रुपये से अधिक मूल्य का सिन गुड्स का स्टॉक जब्त किया। इसके साथ ही फर्म ने 7 लाख रुपये की कर राशि नकद जमा कराई। विभाग की जांच अभी भी जारी है, और फर्म को भविष्य में जीएसटी नियमों का पालन कर नियमित व्यापार करने की सख्त हिदायत दी गई है।
उपायुक्त हेमलता शुक्ला ने बताया कि कर अपवंचन में संलिप्त इस फर्म के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, अन्य सिन गुड्स व्यापारियों की भी जानकारी जुटाकर जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है।
जांच टीम में उपायुक्त हेमलता शुक्ला, सहायक आयुक्त दीपक कुमार, सहायक आयुक्त सूरज सिंह, राज्य कर अधिकारी राम टम्टा और आशीष अग्रवाल शामिल थे।







