आपदा में बेहाल चमोली, राहत की मांग को लेकर फूटा जनता का गुस्सा

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 उत्तराखंड के चमोली जिले में हालिया आपदा से प्रभावित लोगों का गुस्सा रविवार को उस समय फूट पड़ा, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थलीय निरीक्षण के लिए कुलसारी पहुंचे। मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर के उतरते ही स्थानीय लोगों ने हेलीपैड पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कई महिलाएं मुख्यमंत्री के काफिले के सामने बैठ गईं और अपनी पीड़ा व्यक्त की।

प्रभावितों ने मुआवजे की प्रक्रिया में देरी, राहत सामग्री की कमी और प्रशासनिक उपेक्षा को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मांग की कि राहत कार्यों को तेज़ किया जाए और स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएं।

मुख्यमंत्री धामी ने कुलसारी स्थित राहत शिविर में पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने प्रभावित परिवारों को राहत राशि के चेक वितरित किए और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि राहत और पुनर्वास कार्यों में कोई कोताही न बरती जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है। सभी जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं और नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा सुनिश्चित किया जाएगा।”

आपदा से करीब 15 किलोमीटर के दायरे में व्यापक नुकसान हुआ है। सिमली-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 10 से अधिक सड़कों पर मलबा आने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। सीमा सड़क संगठन (BRO) और लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमें जेसीबी मशीनों की मदद से मार्ग बहाल करने में जुटी हैं।

आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार, अब तक एक युवती का शव बरामद किया जा चुका है। वहीं, चेपड़ों बाजार क्षेत्र में लापता एक अन्य व्यक्ति की तलाश राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम कर रही है।

प्रशासन का दावा है कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। अस्थायी शिविरों में भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।