न्यूज जंक्शन 24, कानपुर। योगी सरकार की पुलिस की खाकी वर्दी पर एक बार फिर से दाग लगा है। इस बार मामला बेहद संगीन है। लखनऊ के 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कानपुर में डकैती (Police committed robbery) का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर डकैती (Police committed robbery) के इस मामले में 8 पुलिसवालों के खिलाफ कानपुर के काकादेव थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
मामला कानपुर महानगर के काकादेव थाना क्षेत्र का है, जहां मयंक नाम का युवक रेस्टोरेंट चलाता है। उसने बताया कि 24 जनवरी 2021 को वह अपने दोस्तों के साथ कानपुर के एक टी स्टॉल पर चाय पी रहा था। इसी दौरान कुछ लोग गाड़ी से उतरे और उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया और लखनऊ की कैंट कोतवाली ले गए। जहां पर मयंक की मां दुर्गा पहले से मौजूद थी।
मयंक ने बताया कि कार में जबरन बैठाने वाला व्यक्ति डीसीपी पूर्वी की क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर रजनीश वर्मा था, जिन्होंने गिरफ्तार करने का कोई कारण नहीं बताया। इस दौरान उनके साथ थाने में मारपीट की गई और छोड़ने के नाम पर 40 लाख रुपये मांगे गए। इसके बाद मयंक को वापस कानपुर लाया गया, जहां पुलिस वालों ने मयंक के रिश्तेदार के घर पर डाका डालकर (Police committed robbery) नकदी और जेवरात लूट लिए और सभी को जेल से छोड़ने के एवज में 40 लाख रुपये की वसूली भी की।
पीड़ित मयंक ने मामले में कोर्ट के जरिए न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर कानपुर के काकादेव थाने में लखनऊ के डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम में तैनात 8 पुलिसकर्मियों के खिलाफ डकैती (Police committed robbery) और मारपीट के मामले में केस दर्ज किया गया है।
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