न्यूज जंक्शन 24, बरेली।
एक तरफ जहां थाने में तैनाती के लिए इंस्पेक्टर धनबल का प्रयोग करते हैं तो वहीं जिले में एक ऐसा थाना भी है जहां एसएसपी को थानाध्यक्ष तैनात करने के लिए इंस्पेक्टर का मान-मन्नवल तक करना पड़ता है। फिर भी वे यहां तैनात होने को राजी तक नहीं होते। इस थाने का नाम है विशारतगंज। थाने के इतिहास पर नजर डालें तो यहां पिछले 7 साल में 22 थानाध्यक्ष बदल चुके हैं। लोग कहते हैं कि थाने पर भूत-प्रेत का साया है। इसको लेकर नया थानाध्यक्ष तैनाती के बाद पूजा पाठ भी कराता है लेकिन फिर भी वह या तो ज्वाइनिंग लेने के बाद बीमार पड़ जाता है या फिर किसी बड़े मामले में फंसकर कार्रवाई का शिकार होकर सस्पेंड हो जाता है। वर्तमान में इंस्पेक्टर बिशारतगंज राजेश कुमार सिंह को कैंसर की पुष्टि हुई है। वे लम्बी छुट्टी पर हैं। थाने में कोई दूसरा थानेदार जाने के लिये तैयार नहीं है।
बिशारतगंज थाने का नाम सुनकर बड़े-बड़े थानेदारों की रूह कांपने लगती है। एसएसपी थाने पर भेजने से पहले कई बार मनाते हैं। इसके बावजूद एसओ और इंस्पेक्टर थाने पर जाने के लिए तैयार नहीं होते। थाने पर मठिया में मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की गई। इसके बावजूद अनहोनी रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं।
इतने थानेदार हो चुके तैनात
1. 2013 में सियाराम वर्मा को बिशारतगंज का थानेदार बनाया गया लेकिन चार दिन में ही उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया।
2. मई 2013 में रेहान खां को थानेदार बनाया। उन्हें रिवर्ट कर कैंट थाने भेज दिया।
3. इंस्पेक्टर अजय कुमार चौहान को बिशातगंज का इंस्पेक्टर बनाया। बाद में उन्हें ऑफिस अटैच कर दिया गया।
4. एसओ प्रदीप यादव को नवंबर 13 में ही इंस्पेक्टर बनाया गया। वह मेडिकल लेकर चले गये। इसके बाद नहीं लौटे।
5. एसओ यशवीर सिंह लाइन हाजिर होकर गैर जनपद ट्रांसफर किया गया।
6. एसओ तेजवीर सिंह को थाने से हटाकर कोतवाली रिवर्ट किया।
7. सुजाउर्रहीम और 8. संजय कुमार थाने से लाइन हाजिर किए गए।
9. विजय प्रताप सिंह लाइन हाजिर कर उनके खिलाफ थाने में ही जीडी फाड़ने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया।
10. सीपी त्रिवेदी, 11. रवि कुमार को थाने से हटाया गया।
12. रकम सिंह लाइन हाजिर किए गए।
13. इंस्पेक्टर गिरीश प्रसाद राज, 14. विशाल प्रताप सिंह का ट्रांसफर हुआ। 15. उमेश सिंह सोलंकी को गैर जनपद भेजा।
16. प्रदीप कुमार विश्नोई को थानेदारी से रिवर्ट किया गया।
17. इंस्पेक्टर शोएब मियां को सस्पेंड किया गया।
18. इंस्पेक्टर श्रीकांत राय की बिशारतगंज थाने में ही मौत हो गई।
19. एसओ श्याम सिंह एक दिन के थानेदार रहे।
20. इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह थाने जाने के बाद बीमार हो गये। इसके बाद लंबी छुट्टी पर चले गए नहीं लौटे।
21. वर्तमान इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिंह गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। 15 दिन से थाने पर नहीं लौटे हैं।
2019 में हुई थी हवालात के शौचालय में आत्महत्या
18 जून 2019 को अखा गांव के श्याम सिंह घर से लापता हो गए थे। रेलवे ट्रैक पर उनकी लाश मिली थी। परिवार वालों ने हत्या का आरोप लगाया। जिस पर इंस्पेक्टर बिशारतगंज शोएब मियां बदायूं के हजरतपुर इलाके के संघासी गांव से रामवीर को पूछताछ के लिए उठाकर लाये थे। उससे पूछताछ की गई। उसी दिन चार बजे हवालात के शौचालय में घबराकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में शोएब मियां, हेड कांस्टेबल ऋषिपाल होमगार्ड युधिष्ठिर को सस्पेंड किया। उनके खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
पांच पुलिस कर्मी सस्पेंड हुए लिखा रेप का मुकदमा
बिशारतगंज थाने में तैनात रहे एसओ बलजीत सिंह के खिलाफ थाने के ही सिपाही की बेटी ने रेप का मुकदमा दर्ज करवा दिया था। थाने में काफी बवाल हुआ। इसके बाद उनको सस्पेंड किया गया। 2014 में एसओ रहते हुए विजय प्रताप सिंह ने महिला अपराधों के एक मुकदमे में जीडी फाड़ दी थी। तत्कालीन आईजी विजय सिंह मीना ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। लाइन हाजिर किया गया। कस्टडी डेथ के मामले में 2019 में इंस्पेक्टर शोयब मियां और हेड कांस्टेबल ऋषिपाल, होमगार्ड युधिष्ठिर सिंह को संस्पेड किया गया।
प्रभारी एसएसपी डॉक्टर संसार सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर राजेश सिंह को कैंसर डिटेक्ट किया गया था। वह बीस दिन से अपना इलाज करवा रहे हैं। स्थिति ठीक है। बिशारतगंज थाने में एक दिन में सात पुलिस कर्मियों ने छुट्टी के लिये आवेदन कर दिया। वहां नये थानेदार की तैनाती जल्द की जायेगी।