बरेली। सनराइज इंक्लेव निवासी राकेश दीक्षित ने लॉकडाउन के चलते अपने बेटे का ईशान का घर पर ही मेकओवर कर डाला। राकेश ने पत्नी बीना दीक्षित के साथ घर में ही फ्राईपेन और कैंची की मदद से ईशान के बाल काट दिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करने को कहा है तो हम बिल्कुल भी घर से नहीं निकल रहे हैं। छोटी-बड़ी जरूरतों को एक-दूसरे के साथ से पूरी कर लेते हैं।
नेवी में सीखे थे सभी काम
इंडियन नेवी में 16 साल नौकरी करते हुए राकेश ने देशसेवा की। उन्होंने बताया कि नेवी में रहने के दौरान उन लोगों को सब काम सिखाया जाता है। नेवी में रहते हुए ही उन्होंने पत्राचार माध्यम से एमबीए की उपाधि ली थी। उनकी पत्नी बीना दीक्षित हाउस मेकर हैं। बेटी राइवी कक्षा नौ की छात्रा है। नेवी से सेवानिवृत्त होने के बाद में उन्होंने बतौर शिक्षक अपनी दूसरी पारी शुरू की। अब वह एक निजी प्रबंधन संस्थान में एमबीए विभाग में हैं।
प्रधानमंत्री राहत कोष में दिया दान
राकेश समाज सेवा में वो लगातार आगे रहे हैं। कोरोना वायरस के दौर में उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष में भी दान किया है। उन्होंने दान की हुई राशी नहीं बताई। कहना था कि देश सेवा किसी भी रूप में हो हमेशा तैयार रहता हूं। दान की राशी को परिवार से भी साझा नहीं करता। इसके अलावा वह अपनी कॉलोनी के लोगों को भी लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन करने के लिए कहते रहते हैं।