उत्तराखंड : आज शाम मंत्रिमंडल का विस्तार, भगत समेत इनको जिम्मेदारी मिलने की चर्चा

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देहरादून। प्रदेश की सत्ता में मुख्यमंत्री बदलने के बाद आप भाजपा हाईकमान ने प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष को भी बदल दिया है। अगली कसरत अब मंत्रिमंडल को लेकर शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार आज शाम 4:00 से 5:00 बजे के लगभग नए मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। इससे पूर्व नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा कर ली है। साथ ही हाईकमान से भी उनको बेहद संतुलन के साथ मंत्रिमंडल गठन करने की हरी झंडी भी प्राप्त हो गई है।
सूत्रों का कहना है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए गए कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक बंशीधर भगत को मंत्रिमंडल में बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है। कहा तो यह भी जा रहा है कि जिस तरह त्रिवेंद्र रावत सरकार में मदन कौशिक की भूमिका सरकार के प्रवक्ता के रूप में और सेकंड पोजीशन की थी, उसी तरह से बंशीधर भगत भी द्वितीय श्रेणी के प्रभावशाली मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अलावा महिलाओं की संख्या बढ़ाने के नाम पर नए मुख्यमंत्री अपने राजनीतिक गुरु एवं पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी को मंत्रिमंडल में स्थान दे सकते हैं। चर्चा तो यह भी है इस सरकार में हमेशा नंबर दो की भूमिका में रहे कुमाऊं के प्रभावशाली नेता स्व. प्रकाश पंत की पत्नी एवं पिथौरागढ़ से विधायक चंद्रा पंत को भी मंत्री पद से नवाजा जा सकता है।
सूत्रों की माने तो पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ मुखर रहने वाले पिथौरागढ़ की डीडीहाट सीट से विधायक बिशन सिंह चुफाल इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं। चुफाल भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा डिप्टी सीएम के रूप में चर्चा में आ चुके खटीमा विधानसभा क्षेत्र के विधायक पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। धामी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में है और संघ में मजबूत पकड़ रखते हैं, इसके अलावा उनके राजनीतिक गुरु के रूप में महाराष्ट्र के राज्यपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री रहे भगत सिंह कोश्यारी मजबूत पैरवी में हैं।

  • कांग्रेस पृष्ठभूमि के एक मंत्री को हटाने के भी कयास

चर्चा तो यह भी है कि इस बार मंत्रिमंडल के विस्तार में कांग्रेस पृष्ठभूमि के एक दिग्गज मंत्री को स्थान नहीं दिया जा रहा है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि करने के लिए कोई भी तैयार नहीं है। मगर कहा यह भी जा रहा है कि उनको संगठनात्मक बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। अब देखते हैं कि इन कयासों में कितना दम है। फिलहाल आज शाम की मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाओं के बीच हर विधायक देहरादून में डटा हुआ है और मंत्रिमंडल में स्थान पाने के लिए जद्दोजहद में है।