न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। उत्तराखंड में चुनाव नजदीक आते-आते अब दो निर्दलीय विधायकों की विधायकी खतरे में दिखाई देने लगी है। दल बदल कानून के तहत विधानसभा में याचिका दाखिल की गई है। इसके बाद से चर्चा है कि विधानसभा भी इन विधायकों को औपचारिकता पूर्ण करने के बाद जल्द नोटिस दे सकती है। इसमें भीमताल से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैड़ा और धनोल्टी से विधायक प्रीतम सिंह पंवार का नाम शामिल है।
धनौल्टी विधानसभा से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने 8 सितंबर 2021 को दिल्ली में भाजपा का दामन थामा था। जबकि भीमताल से निर्दलीय विधायक राम सिंह खेड़ा ने 8 अक्टूबर 2021 को दिल्ली में बीजेपी ज्वाइन की ली। अब काफी समय बीतने के बाद आम आदमी पार्टी के नेता अमरेन्द्र सिंह बिष्ट ने विधानसभा में इसके खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर दल- बदल कानून पर संविधान का मजाक उड़ाते हुए चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया है।
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने भी कहा है कि इन दोनों ही विधायकों को लेकर याचिका मिल चुकी है और अब उस पर विचार किया जा रहा है। अगर यह याचिका सही पाई जाती है तो विधायकों को नोटिस देकर उनसे जवाब लिया जाएगा। उसके बाद विधायकों की विधायकी पर फैसला लेने का पूरा अधिकार विधानसभा अध्यक्ष का होगा।
पुरोला विधायक को देना पड़ा था इस्तीफा
पुरोला से विधायक राजकुमार ने 12 सितंबर 2021 को कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कुछ दिनों में ही विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर राजकुमार की शिकायत की और उसके बाद विधायक को अपने विधायकी से इस्तीफा भी देना पड़ा था।
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