न्यूज जंक्शन 24, हरिद्वार : बच्चों की लड़ाई को हल्के में लेना बड़ी भूल साबित हो सकती है। हरिद्वार जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां साथी छात्रों ने अगर स्कूल प्रधानाचार्य को सूचना नहीं दी होती तो बड़ी घटना हो सकती थी।
12वीं के छात्र से कहासुनी होने के बाद 10वीं का एक छात्र उसे मारने के लिए तमंचा लेकर स्कूल पहुंच गया। उसने घटना को अंजाम देने से पहले मारने की बात अपने सहपाठियों को बता दी, इसी से अनहोनी होने से बच गई। पुलिस ने प्रधानाचार्य की तहरीर पर नाबालिग छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि रोशनाबाद के आवासीय विद्यायल में पढ़ने वाले 10वीं के छात्र का कुछ दिन पहले 12वीं कक्षा के छात्र से मारपीट हो गई थी। उस वक्त स्कूल के स्टाफ ने बीच-बचाव करके मामले को शांत कर दिया था। दोनों स्कूल के छात्रावास में रहते हैं। दिवाली की छुट्टी पर छात्र अपने घर मंगलौर गया। वापसी में वह तमंचा साथ लेकर हास्टल पहुंचा।
घटना को अंजाम देने से पहले उसने स्कूल में अपने कुछ दोस्तों स्व कह दिया कि वह मौके की तलाश में है, मिलते ही 12वीं के छात्र को मार देगा।
उसकी इस बात से साथी छात्रों के होश उड़ गए। घटना से पहले ही इन दोस्तों ने प्रधानाचार्य को यह बात बता दी।
प्रधानाचार्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी सूचना पुलिस और स्टाफ को दी। सभी को साथ लेकर हास्टल पहुंचे। वहां तलाशी लेकर छात्र के संदूक से प्रधानाचार्य ने तमंचा और पांच कारतूस बरामद कर लिए। पुलिस ने प्रधानाचार्य की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया।