न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली।
Olx ने अपने ग्राहकों को ऑनलाइन ठगी से बचाने के लिए फीचर्स में बदलाव किये हैं। अब मोबाइल नम्बर के बिना ओएलएक्स पर अकॉउंट नहीं बनेगा। साथ हो ट्रस्ट स्कोर का भी ऑप्शन दिया गया है जिसे देखकर अकॉउंट होल्डर की तफ्तीश की जा सकेगी।
पुलिस के अनुसार ओएलएक्स पर इस साल के आठ महीनों में दिल्ली में जालसाजों ने 450 लोगों को शिकार बनाया। सामान खरीदने और बेचने के नाम पर जालसाजों ने लोगों से 30 लाख रुपये की ठगी कर डाली। ओएलएक्स ने यह सब बदलाव हाल ही में हुई पुलिस के साथ हुई बैठक के बाद किया है।
ठगी करने वाले अकाउंट को बंद करेगा ओएलएक्स
-ओएलएक्स टीम अब एक मोबाइल नंबर से एक ही अकाउंट बनेगा। जबकि इससे पहले कई अकाउंट बन जाते थे। इसके अलावा अगर अकाउंट से ठगी हुई है, तो उस अकाउंट की जानकारी मिलते ही ब्लॉक कर दिया जाएगा। नया अकाउंट बनाते समय फोटो समय के साथ अपलोड करनी भी होगी। केवाईसी के आधार पर अकाउंट को ट्रस्ट स्कोर दिया जाएगा। इसके अलावा कार खरीदने और बेचने के दौरान लोगों को ओएलएक्स की तरफ से जागरूक भी किया जाएगा।
रोजाना दो लोगो से हुई ठगी
-पुलिस के आंकड़ों के अनुसार रोजाना जालसाज फोन कर ओएलएक्स पर सामान बेचने और खरीदने के नाम पर लोगों से ठगी करते हैं। जनवरी से लेकर अगस्त 2020 तक जालसाजों ने 450 लोगों के साथ ठगी की गई। इन लोगों ने पुलिस से ठगी की शिकायत की। इसके अलावा काफी सारे लोग वह भी हैं। हालांकि पुलिस इन सभी शिकायतों में से 17 मामलें दर्ज किए हैं। जबकि बाकी शिकायतों में पुलिस ने पूरी जांच की गई, लेकिन उनमें फर्जी मोबाइल नंबर, फर्जी अकाउंट नंबर मिला। इसके कारण आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई।
क्यूआर कोड नहीं करें स्कैन
साइबर थाने के पुलिसकर्मियों का कहना है कि जालसाज ओएलएक्स पर सामान खरीदने की पूरी बात करने के बाद लोगों को एडवांस पेमेंट करने के बहाने क्यूआर कोड भेजते हैं। पहले क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद खाते में पांच से दस रुपये आते हैं। उनको विश्वास में लेने के बाद जालसाज दोबारा से क्यूआर कोड भेजते हैं। कोड को स्कैन करने या फिर उस पर पे का बटन दबाने के बाद रुपये आने के बजाए खाते से निकल जाते है। किसी ने भी क्यूआर कोड भेजा हो। उसको कभी भी स्कैन नहीं करना चाहिए।