उत्तराखंड में इन दिनों मौसम ने अचानक करवट ले ली है। पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। कई स्थानों पर नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं, मैदानी इलाकों में भी तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश से गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने 26 मई तक प्रदेश के सात जिलों—देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़—में येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में गरज और चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा 40 से 50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।
राज्य के अन्य हिस्सों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और तेज झोंकेदार हवाएं (30 से 50 किमी/घंटा) चल सकती हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सुरक्षित स्थानों में रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है।
राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है। खेतों में खड़ी फसलें और फलदार वृक्षों को खासा नुकसान पहुंचा है। अचानक आए इस बदलाव से किसान परेशान हैं और नुकसान की भरपाई को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह स्थिति 26 मई तक बनी रह सकती है, इसलिए स्थानीय प्रशासन व आम जनता को सतर्क रहने की आवश्यकता है। आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्यों के लिए विभाग ने पहले से ही दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।







