उत्तराखंड पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसमें एक एप के माध्यम से लोगों को समलैंगिक संबंधों के झांसे में फंसा कर लूटपाट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी उत्तर प्रदेश के शामली जिले के निवासी हैं। उनके कब्जे से दो तमंचे, कारतूस, मोबाइल और एक कार बरामद की गई है।
पुलिस के अनुसार, ये शातिर एक एप का इस्तेमाल कर लोगों से संपर्क करते थे। फिर वे उन्हें सुनसान जगह पर बुलाकर समलैंगिक संबंधों का झांसा देते थे। इन संबंधों के बाद आरोपी उनकी तस्वीरें और वीडियो बना लेते थे। बाद में एक शातिर आरोपी पुलिस की वर्दी में आकर इन लोगों को धमकाकर और ब्लैकमेल करके उनसे नकदी, आभूषण और अन्य कीमती सामान लूटते थे।
कोटद्वार पुलिस को उत्तर प्रदेश के शामली से कुछ संदिग्धों के कोटद्वार क्षेत्र में आने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने शनिवार को चेकिंग अभियान चलाया। बीईएल मार्ग पर एक संदिग्ध कार को रोका, जिसमें एक आरोपी उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी में था। दोनों आरोपियों ने अपनी पहचान सोनू उर्फ जोगिंदर सिंह और रविंद्र उर्फ मोनू के रूप में दी। तलाशी में उनके पास से दो तमंचे और कारतूस बरामद हुए।
आरोपियों के खिलाफ लोकसेवक की पोशाक पहनने, आपराधिक षड्यंत्र रचने और अवैध शस्त्र रखने जैसे आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। अदालत ने उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में पौड़ी जेल भेजने का आदेश दिया। इन शातिरों के खिलाफ पहले भी यूपी के थाना शामली में मामले दर्ज हैं।
पुलिस टीम में कोतवाल रमेश सिंह तनवार, सीआईयू प्रभारी एसआई कमलेश शर्मा, एसआई राजविक्रम और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे जिन्होंने इस मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया।



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