न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने रविवार को कांस्टेबल समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक युवक कुमाऊं में तैनात एसपी का गनर भी है। इस मामले में एसटीएफ अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, दर्जन भर लोगों से पूछताछ जारी है। पकड़े गए लोगों के पास से 35.89 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं। एसटीएफ को अब तक 1.25 करोड़ के लेनदेन का पता चला है।इनकी पहचान दीपक शर्मा और अमरीश गोस्वामी के रूप में हुई है।
पेपर लीक मामले में करीब एक सप्ताह के दौरान एसटीएफ 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें ज्यादातर लोग आयोग की आउटसोर्स कंपनी से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी हैं। इनमें से दो आरोपियों को पिछले दिनों पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया गया था। इन्हें लेकर एसटीएफ लखनऊ और रामनगर गई थी। एसएसपी के एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि इनमें से जयजीत की निशानदेही पर 10 लाख रुपये बरामद हुए हैं। पिछले सप्ताह आरोपियों के पास से 37 लाख रुपये बरामद हुए थे।
एसएसपी ने बताया कि पहले दिन से ही एसटीएफ की सर्विलांस टीम काम में जुटी हुई है। अब तक एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है। इनसे कई सुराग भी मिले हैं। इनकी तस्दीक की जा रही है। आरोपियों ने अन्य लोगों से लगातार बात की है। किन-किन लोगों से पेपर बेचने के लिए संपर्क किया गया है, इस बारे में पता किया जा रहा है। पहाड़ के कुछ युवाओं से भी संपर्क की बात सामने आ रही है।
अब तक ये हुए गिरफ्तार
पेपर लीक कर परिणाम गड़बड़ी मामले में अब तक लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी सहित 9 लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किए हैं, जिसमें जयजीत दास, मनोज जोशी (एक ही नाम के दो व्यक्ति हैं), कुलवीर सिंह चौहान, शूरवीर सिंह चौहान, गौरव नेगी, दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी और अभिषेक वर्मा (लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस), दीपक शर्मा और अमरीश गोस्वामी शामिल है।
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