उत्तराखंड के कुमाऊं में एक बार फिर भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार हुआ है। ऊधम सिंह नगर जिले के किच्छा में विधिक माप विज्ञान विभाग की सहायक नियंत्रक शांति भंडारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। सतर्कता विभाग की टीम ने शिकायतकर्ता से ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए उन्हें किच्छा स्थित कार्यालय से धर दबोचा।
शिकायतकर्ता ने सतर्कता विभाग में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि वह वजन तोलने वाले कांटे-बाट बेचने और मरम्मत का कार्य करता है, जिसके लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है। लाइसेंस प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद शांति भंडारी ने लाइसेंस निरस्त करने की धमकी देकर रिश्वत की मांग की थी। सतर्कता अधिष्ठान की जांच में शिकायत सत्य पाई गई।
निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरूगेशन के निर्देशन में ट्रैप टीम का गठन किया गया, जिसने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोरी के इस मामले का पर्दाफाश किया। शांति भंडारी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है।
निदेशक सतर्कता ने इस साहसिक कार्रवाई के लिए ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। सतर्कता विभाग ने आम जनता से अपील की है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूक रहें और टोल-फ्री नंबर 1064 या व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर शिकायत दर्ज कर अपना योगदान दें।