हल्द्वानी। विगत दिनों भारी वर्षा के कारण सिंचाई विभाग की नहर में कूड़ा-कचरा आने से तथा एनएचएआई के सडक निर्माण के द्वारा तीनपानी, बाईपास, पंचमुखी हनुमान मन्दिर, धौलाखेडा, हाथीखाल क्षेत्र में घरों में जलभराव हो गया था। आयुक्त दीपक रावत ने समस्या के दीर्घकालीन समाधान हेतु सिंचाई, एनएचएआई, लोनिवि, एडीबी, नगर आयुक्त तथा तीनपानी क्षेत्र के लोगों से बैठक की।
बैठक में एडीबी के अधिकारियो द्वारा बताया गया कि हल्द्वानी शहर में सीवरेज योजना के साथ ही शहर में ड्रेनेज प्लान 660.80 करोड की लागत से बनाया जा रहा है। शहर में वर्षाकाल के पानी को 6 नालो के जरिये गौला नदी मे छोड़ा जायेगा तथा शनिबाजार के नाले के पानी को आंवला गेट से गौला में छोडा जायेगा, इसके लिए डीपीआर बन चुकी है, शीघ्र ही शहर में वर्षाकाल में हो रहे जलभराव की समस्या का दीर्घकालीक समाधान होगा।
आयुक्त श्री रावत ने वर्तमान स्थिति के समाधान हेतु सिंचाई एवं एनएचएआई के अधिकारियों को नहरों की सफाई एवं एनएचएआई के द्वारा सडक पर अतिरिक्त कलवट बनाने के निर्देश दिये ताकि आसानी से पानी का प्रवाह हो सके। क्षेत्रवासियां ने बताया कि 1990 मे जमरानी प्रोजेक्ट के तहत दो नहर बनी थी वह वर्तमान में बन्द है। इसमें से एक नहर हरिपुरा डाम तथा दूसरी नहर गौला नदी में जाती है। आयुक्त ने गौलानदी मे जाने वाली नहर की सफाई कराने के निर्देश दिये ताकि वर्षाकाल का पानी नहर के द्वारा सुचारू जा सके।
आयुक्त ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वर्षाकाल में कूडे-कचरे के कारण नहरों व नाले बन्द हो जाती है उन संवेदनशील स्थानो पर कार्मिको की उपकरणों के साथ तैनाती की जाए साथ ही आयुक्त ने कहा कि वर्षाकाल में जिन स्थानों पर नहरे क्षतिग्रस्त हो गई है उन्हें शीघ्र प्रस्ताव बनाकर आपदा मद से मरम्मत कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने नगर आयुक्त को शहर के आन्तरिक नहरों एव नालों की नियमित सफाई कराने के भी निर्देश दिये।
बैठक में नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, मुख्य अभियंता सिंचाई संजय शुक्ला, उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा के साथ ही लोनिवि, एनएचएआई,सिचाई तथा विधायक प्रतिनिधि लालकुआं दीपक बहुगुणा व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।