उत्तराखंड में एक नया विवाद सामने आया है, जब कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. विनय मिश्रा के बीच की कथित बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ। यह ऑडियो मंगलवार रात से सोशल मीडिया पर फैलने के बाद छात्र संगठनों में घमासान मच गया है। एक ओर जहां अभाविप पूर्व विधायक के समर्थन में खड़ी है, वहीं एनएसयूआई ने प्राध्यापक के खिलाफ विरोध जताया है और उनका पुतला दहन किया।
ऑडियो में पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण और प्राध्यापक डॉ. विनय मिश्रा के बीच तीखी नोकझोंक दिखाई दे रही है। इसमें फर्स्वाण ने प्राध्यापक को कथित रूप से धमकी दी और शिष्टाचार की बातें कहीं। वहीं, प्राध्यापक ने इसे फर्जी आरोप और धमकी का मामला बताया। दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप के बाद पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है।
पूर्व विधायक का पक्ष
पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने दावा किया कि एक छात्र के असाइनमेंट को फाड़े जाने के बाद उन्होंने प्राध्यापक से संपर्क किया था। उनका आरोप है कि प्राध्यापक ने छात्र को मानसिक रूप से परेशान किया और उसका असाइनमेंट फाड़ दिया। फर्स्वाण ने कहा कि जब उन्होंने प्राध्यापक से इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। उनका कहना था कि उन्होंने प्राध्यापक को शिष्टाचार से बात करने की सलाह दी थी और ऑडियो का एक हिस्सा भाजपा नेता द्वारा वायरल किया गया।
प्राध्यापक का पक्ष
वहीं, प्राध्यापक डॉ. विनय मिश्रा ने सभी आरोपों का खंडन किया। उनका कहना है कि कोई असाइनमेंट फाड़ने की घटना नहीं हुई है और वह हमेशा छात्र के पक्ष में खड़े रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मारने-पीटने और धमकाने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जो अब तक निवारण नहीं हुआ है। मिश्रा ने बताया कि एक अनजान नंबर से फोन आने के बाद उन्हें बताया गया कि वह पूर्व विधायक हैं और बातचीत के दौरान शालीनता बनाए रखने की कोशिश की।
संगठनों का विरोध
ऑडियो वायरल होने के बाद एनएसयूआई और अभाविप दोनों ने अपने-अपने संगठन के हितों के लिए विरोध जताया। एनएसयूआई ने प्राध्यापक के पक्ष में और अभाविप ने पूर्व विधायक के समर्थन में प्रदर्शन किए। एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि प्राध्यापक के साथ भेदभाव किया जा रहा है, जबकि अभाविप ने पूर्व विधायक की धमकी को निंदनीय बताया और इस तरह के व्यवहार का विरोध किया।
इधर, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण ने मामले की जांच की मांग की और कहा कि वह अदालत में जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह प्राध्यापक के खिलाफ निजता हनन और मानहानि का मामला दर्ज कराएंगे। वहीं, प्राध्यापक डॉ. विनय मिश्रा ने कहा कि उन्होंने डायरेक्टर को इस मामले से अवगत कराया है और पूरी घटना का वीडियो भी उनके पास है।