नैनीताल पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी लगातार कड़ी कार्रवाई के तहत एक और बड़ी सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने शातिर तस्करों द्वारा एम्बुलेंस के माध्यम से गांजा तस्करी करने की योजना को नाकाम कर दिया। इस मामले में रामनगर पुलिस ने 58 किलो से अधिक गांजा के साथ दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग फ्री देवभूमि – 2025” के विजन को साकार करने के उद्देश्य से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल, प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा राज्य भर में नशे के खिलाफ कठोर कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों का पालन करते हुए, रामनगर पुलिस द्वारा एक बड़ी कार्रवाई की गई।
रामनगर पुलिस के क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र भंडारी और प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार सैनी के नेतृत्व में नशामुक्ति अभियान के तहत थाना पुलिस ने सीतावनी रोड पर वन बैराज चौकी के पास चेकिंग की। 19 दिसम्बर 2024 को सुबह 7:30 बजे, पुलिस को एक सफेद रंग की मारुति ईको एम्बुलेंस (नंबर UP 21 BN 0419) संदिग्ध लगी और पुलिस टीम को देखकर उसमें बैठे व्यक्ति और चालक ने भागने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने तत्परता से दोनों को पकड़ लिया और वाहन की तलाशी ली, जिसमें पांच कट्टों में कुल 58 किलो 16 ग्राम गांजा बरामद हुआ।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रणधीर सिंह (उम्र 40 वर्ष) और अरुण कुमार (उम्र 28 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों अभियुक्त मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया और एम्बुलेंस को जब्त कर लिया।
गिरफ्तारी टीम में कोतवाली रामनगर के उपनिरीक्षक राजवीर सिंह नेगी, एएनटीएफ हल्द्वानी के उपनिरीक्षक मोहन सिंह और कांस्टेबल राजेंद्र जोशी, सोनू सिंह, और राजीव कुमार शामिल थे।